क्यों गिरा शेयर बाज़ार? अमेरिका के इस फैसले से हड़कंप

आज शेयर बाजार में गिरावट क्यों आई? आइए, समझते हैं

अगर आप आज सुबह मार्केट देख रहे थे, तो आपने नोटिस किया होगा कि भारतीय शेयर बाज़ार में अचानक भारी गिरावट आ गई थी।

यह देखकर शायद आप भी परेशान हो गए होंगे, खासकर अगर आपने कुछ दिनों पहले ही निवेश किया था।

आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा, “अचानक ऐसा क्या हो गया?”

अगर आप सोच रहे हैं कि यह कोई छोटी-मोटी बात है, तो आप गलत हैं।

इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण है, और वह कारण भारत में नहीं, बल्कि अमेरिका में है।

अमेरिका का फैसला और भारतीय बाजार का डर

आपको यह बात थोड़ी अजीब लग सकती है कि अमेरिका में कुछ होता है और उसका असर भारत के बाज़ार पर क्यों पड़ता है।

लेकिन हकीकत यही है। आज की शेयर बाजार में गिरावट का सीधा कनेक्शन अमेरिका के केंद्रीय बैंक, फेडरल रिज़र्व के एक महत्वपूर्ण फैसले से है।

फेडरल रिज़र्व को शॉर्ट में “फेड” भी कहते हैं।

उसने अपने देश में महंगाई को कंट्रोल करने के लिए एक ऐसा कदम उठाया है, जिसने दुनिया भर के निवेशकों को हिला कर रख दिया है।

फेडरल रिजर्व का ब्याज दर बढ़ाना: इसका क्या मतलब है?

फेडरल रिज़र्व का सबसे बड़ा काम अपने देश की अर्थव्यवस्था को संभालना है।

महंगाई पर काबू पाने के लिए, वे अक्सर ब्याज दरों (interest rates) को बढ़ाते या घटाते हैं।

जब फेडरल रिज़र्व ब्याज दरें बढ़ाता है, तो अमेरिका में लोन लेना महंगा हो जाता है।

यह सीधा संकेत है कि अब निवेशकों के लिए अमेरिका में पैसे रखना ज्यादा फायदेमंद हो गया है।

यही एक बड़ा कारण था जिसने शेयर बाजार में गिरावट को हवा दी।

उदाहरण से समझें:

मान लीजिए आप एक विदेशी निवेशक हैं। आपके पास भारत और अमेरिका, दोनों जगह निवेश करने का विकल्प है।

अगर अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ जाती हैं, तो आप अपना पैसा वहाँ निवेश करना ज्यादा पसंद करेंगे क्योंकि वहाँ आपको ज्यादा रिटर्न मिलेगा।

भारत पर 3 सबसे बड़े असर

जब अमेरिका में कुछ बड़ा होता है, तो उसका सीधा असर भारत जैसे विकासशील देशों पर पड़ता है। आज की शेयर बाजार में गिरावट के पीछे ये 3 मुख्य कारण हैं:

असर #1: विदेशी निवेशकों (FIIs) का पैसा निकालना

जब अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो भारत में निवेश करने वाले विदेशी निवेशक (Foreign Institutional Investors) अपना पैसा यहाँ से निकालना शुरू कर देते हैं।

वे अपना पैसा निकालकर वापस अमेरिका ले जाते हैं ताकि वे वहाँ के बढ़े हुए रेट का फायदा उठा सकें।

जब करोड़ों-अरबों रुपये बाज़ार से अचानक निकल जाते हैं, तो शेयरों की मांग कम हो जाती है।

इससे शेयरों की कीमतें गिर जाती हैं, और यही आज की शेयर बाजार में गिरावट का सबसे बड़ा कारण है।

असर #2: रुपए की कीमत पर असर

जब विदेशी निवेशक भारत से डॉलर बाहर निकालते हैं, तो बाज़ार में डॉलर की कमी हो जाती है।

इससे रुपए के मुकाबले डॉलर की कीमत बढ़ जाती है।

यानी, एक डॉलर खरीदने के लिए हमें ज्यादा रुपए खर्च करने पड़ते हैं।

रुपए का कमजोर होना भारत की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा नहीं होता।

इससे विदेश से सामान (जैसे कच्चा तेल) खरीदना महंगा हो जाता है।

असर #3: भारतीय कंपनियों पर दबाव

ब्याज दरों के बढ़ने से भारतीय कंपनियों के लिए भी लोन लेना महंगा हो जाता है।

अगर कंपनियों को अपने बिजनेस के लिए लोन की जरूरत है, तो अब उन्हें ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा।

इससे कंपनियों का खर्च बढ़ता है और उनके मुनाफे पर बुरा असर पड़ सकता है।

निवेशक यह देखकर उन कंपनियों के शेयर बेचना शुरू कर देते हैं।

आपके लिए क्या करें? कुछ प्रैक्टिकल टिप्स

शेयर बाजार में गिरावट देखकर घबराना नहीं चाहिए। यह एक सामान्य प्रक्रिया है।

अगर आप एक नए निवेशक हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:

  1. घबराकर बेचें नहीं: जब मार्केट गिरता है, तो बहुत से लोग डरकर अपने शेयर बेच देते हैं। यह सबसे बड़ी गलती है। अक्सर अच्छे शेयरों की कीमत भी बेवजह गिर जाती है।
  2. मौके का फायदा उठाएं: शेयर बाजार में गिरावट आपके लिए एक मौका हो सकती है। आप अच्छी कंपनियों के शेयर कम कीमत पर खरीद सकते हैं।
  3. अपनी रिसर्च करें: सिर्फ खबरों पर यकीन न करें। जिस कंपनी में निवेश करना चाहते हैं, उसकी पूरी जानकारी लें।

आप इसकी आधिकारिक रिपोर्ट यहाँ देख सकते हैं: Federal Reserve Press Release

(यह लिंक फेडरल रिज़र्व की वेबसाइट का है, आप यहाँ पर जाकर हर लेटेस्ट खबर की जांच कर सकते हैं।)

4. लॉन्ग-टर्म सोचें: शेयर बाजार में सफल होने का मंत्र है धैर्य। हमेशा लंबे समय के लिए निवेश करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: क्या यह गिरावट जारी रहेगी? यह बता पाना मुश्किल है, लेकिन बाज़ार में सुधार आने की उम्मीद हमेशा रहती है। निवेशकों का भरोसा वापस आने पर मार्केट फिर से ऊपर जाता है।

Q2: क्या मुझे अभी निवेश करना चाहिए? शेयर बाजार में गिरावट के दौरान निवेश करना एक अच्छा मौका हो सकता है, लेकिन किसी भी निवेश से पहले अपनी पूरी रिसर्च जरूर करें और किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।

Q3: क्या विदेशी निवेशकों का पैसा निकालना भारत के लिए बुरा है? हाँ, जब विदेशी निवेशक बड़े पैमाने पर पैसा निकालते हैं, तो यह भारतीय बाज़ार के लिए एक नकारात्मक संकेत होता है।

निष्कर्ष

आज की शेयर बाजार में गिरावट एक चिंता का विषय जरूर है, लेकिन यह कोई अप्रत्याशित घटना नहीं है। यह सीधे तौर पर अमेरिका के फेडरल रिज़र्व के फैसले का नतीजा है। ऐसे समय में, घबराने के बजाय, सही जानकारी और धैर्य के साथ काम लेना चाहिए।

अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप कमेंट्स में पूछ सकते हैं। हम आपकी मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे।

Disclaimer:

यह लेख केवल जानकारी के लिए है और कोई वित्तीय सलाह नहीं है। कोई भी निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।

यह जरूर पढ़ें: RBI के इस फैसले से बढ़ जाएगी आपकी EMI? जानें 3 सबसे बड़े असर

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *